उत्तर प्रदेश भारत एवं भारतीय संस्कृति का प्रतिनिधित्व करता है, जहाँ भारत के विभिन्न क्षेत्रों से आये जन-समुदाय की भाषाओं, चिन्तन और चेतना का संगम है। उत्तर प्रदेश भारत की गरिमामयी संस्कृति एवं चेतना को न केवल भारत में ही अपितु भारत के बाहर भी संचार करने एवं परस्पर आदान-प्रदान करने के लिए हृदयस्थली की भाँति कार्य करता है। राजभाषा हिन्दी उत्तर प्रदेश की प्रमुख भाषा तो है ही साथ ही सभी भारतीय भाषाओं से सम्पर्क सूत्र के रूप में भी इसकी अपनी विशेष भूमिका है। यही कारण है कि हिन्दी भाषा के माध्यम से ही भारत की गरिमामयी संस्कृति और राष्ट्रीय अस्मिता भारत के बाहर भी प्रसारित एवं अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर अभिव्यक्त है। हिन्दी भाषा और साहित्य के समक्ष आज बड़ी चुनौतियाँ हैं, जिनमें सूचना-विज्ञान, प्रौद्योगिकी के साथ-साथ भारतीय संस्कृति के मूल स्वरूप को बनाये रखते हुए साहित्य का सृजन करना प्रमुख है।
हिन्दी की अनेक बहुमुखी प्रतिभाओं का आविर्भाव एवं कार्यस्थल उत्तर प्रदेश रहा है। इसलिए हिन्दी के साहित्य विकास, शब्द सामर्थ्य तथा अभिव्यक्ति की क्षमता भी बनाये रखने का गौरव एवं गुरुतर दायित्व उत्तर प्रदेश हिन्दी संस्थान का ही है।